पार्टिकुलेट मैटर 2.5 (PM 2.5) क्या है, कैसे पहुंचता है मानव शरीर को नुकसान।

जब भी हम वायु प्रदुषण की बात करेंगे तब तब पार्टिकुलेट मैटर 2.5 (PM 2.5) और पार्टिकुलेट मैटर 10 (PM 10) का नाम आएगा। सर्दियों के समय वायु प्रदुषण काफी बढ़ जाता है खासकर राजधानी दिल्ली में। इस समय खतरनाक धूल के कण PM 2.5 और PM 10 की मात्रा भी हवा में बढ़ जाती है जो मानव शरीर को नुकसान पहुंचते हैं।

अभी आपके मन में एक सबाल जरूर आ रहा होगा की आखिर यह PM 2.5 और PM 10 क्या है? इस लेख से हम पार्टिकुलेट मैटर 2.5 (PM 2.5) और पार्टिकुलेट मैटर 10 (PM 10) के बारे में जानेंगे और इनके जरिये मानव शरीर पर होनेवाले हानिकारक प्रभाव को समझेंगे।

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पार्टिकुलेट मैटर 2.5 (PM 2.5) क्या है ?

PM 2.5 का फुल फॉर्म Particulate Matter 2.5 होता है। PM 2.5 एक तरह की वायु प्रदूषक होते हैं जिनकी आकार 2.5 माइक्रोमीटर के आसपास होता है। हवा में होनेवाले इसके सूक्ष्म कण को खुले आँखों से देखना मुमकिन नहीं है। यह प्रदूषक अति सूक्ष्म होने की वजह से मानव शरीर के अंदर आसानी से चले जाते हैं और मानव स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचते हैं।

PM 2.5 इंसान के स्वास्थ्य को कैसे प्रभावित कर सकता है?

यह प्रदूषक (PM 2.5) के कण सूक्ष्म होने के कारण श्वसन प्रक्रिया के जरिये, यह हमारे शरीर में बहुत आसानी से चले जाते हैं। यह प्रदूषक बड़ी आसानी से हमारे फेफड़ों तक पहुँचें जाते हैं, जिसका परिणाम हमे अस्थमा और ह्रदय रोग जैसी बड़ी बीमारी भी होता है। अगर हम PM 2.5 के संपर्क के प्रति दिन रहते हे, खासकर जहाँ वायु प्रदूषित होता है तो हमे काफी गंभीर समस्या भी हो सकता है।

हवा में PM 2.5 प्रदूषक होने के कारण हमे कई छोटे मोठे बीमारी भी जो जाते हैं सर्दी, खांसी, आँखों में जलन आदि। बहुत सारे लोगों को इस प्रदूषक के कारण साँस लेने में भी कठिनाई होती है और कई लोगों को तो धूल से एलर्जी भी होता है।

पार्टिकुलेट मैटर कहाँ से आता है?

जीवाश्म ईंधन का जलने से और कार, बस, ट्रक जैसे बड़े बड़े गाड़ियों के धुंए से पार्टिकुलेट मैटर 2.5(PM 2.5) उत्प्रन होते हैं। प्राकृतिक स्रोत ईंधन जैसे लकड़ी और कोयले जलाने से भी यह प्रदूषक उत्प्रन होते हैं।

शर्दियों में PM 2.5 का स्तर दिल्ली में क्यों बढ़ता है ?

शर्दियों के मौसम सुरु होते हीं राजधानी दिल्ली की हवा में PM 2.5 और PM 10 की मात्रा बढ़ने लगती है। इसका कारण है दिल्ली के आस पास के इलाके में जलाये जाने वाले परली और अनावश्यक रूप से वाहनों का इस्तेमाल।

पार्टिकुलेट मैटर 10 (PM 10) क्या है ?

PM 2.5 की तरह PM 10 भी एक तरह की वायु प्रदूषक होते हैं जिनकी आकार 10 माइक्रोमीटर या उससे कम होता है। यह प्रदूषक कंस्ट्रक्शन काम से होने वाले धूल के कण और कचरा जलाने से उत्प्रन होते हैं।

Article Source:https://www.health.ny.gov/

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