Light Pollution in Hindi | प्रकाश प्रदुषण के प्रभाव और उपाय.

प्रकाश प्रदुषण(Light Pollution in Hindi)

प्रदुषण कई प्रकार के हैं और ज्यादातर हम सब यह जानते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं की प्रकाश प्रदुषण(Light Pollution in Hindi) भी एक तरह के प्रदुषण है? प्रकाश प्रदुषण को इंग्लिश में Photo Pollution और Luminous Pollution काहा जाता है। कृत्रिम प्रकाश का अत्यधिक इस्तेमाल प्रकाश प्रदुषण के लिए जिम्मेदार है।

Light Bulb का आविष्कार धरती पर एक क्रांति लाया जो अंधेरा को हमारे जीवन से दूर किया। लेकिन यह आविष्कार अत्यधिक इस्तेमाल और गलत तरह से उपयोग लाइट पोल्लुशन में तब्दील हो चूका है। अंधेरा एक भयानक रूप है, इसीलिए हम मनुष्य को रौशनी की आवश्कता है।

प्रकाश हमारे लिए बहुत जरुरी है। कभी आपने यह सोचा के अगर धरती पर प्रकाश ना होता तो ! प्रकाश हमारे लिए एक जरुरत है, लेकिन हम कभी सोच भी नहीं सकते की यह एक प्रदुषण का रूप ले सकता है। अन्य प्रदुषण की तरह हीं ये हमारे लिए खतरनाक हो सकता है।

जैसे की हम सब यह जानते हैं की प्रकाश की कोई Range या limitation नहीं है, जो ये तय करे की प्रकाश कितनी होनी चाहिए। सूरज और चांद की प्रकाश भी कम ज्यादा होता है। सुबह सुबह हम खुली आंखों से सूरज को देख सकते हैं, वहीँ दूसरी और दोपहर को सूरज की प्रकाश को हमारी आंखे बर्दास्त नहीं कर सकता। कुछ इस तरह के प्रकाश को हीं प्रकाश प्रदुषण कहा जाता है।

प्रकाश प्रदुषण प्राकृतिक या मानव निर्मित भी होते हैं। आज के युग में शहरों में हीं नहीं गाँव गाँव में रौशनी की चकाचौंध है। कोई भी व्यक्ति अँधेरा में रहना पसंद नहीं करता। आज जगह जगह Street Light, Flood Light लगे हुए हैं जिसके कारण रात में चमक-दमक बना हुआ है। लेकिन अब वैज्ञानिक यह कह रहे हैं की रत में ये चमक-दमक वाले Artificial Lights प्रदुषण का रूप ले रहें हैं।

प्रभाव(Effects of Light Pollution in Hindi)

जो भी प्रकाश या रौशनी हमारे आंखों को तकलीफ दे, हमारे शरीर में विकार पैदा करे उसे हम प्रकाश प्रदुषण या Light pollution कह सकते हैं।

>पर्यावरण प्रदुषण के प्रकार और उनके प्रभाव।

अवांछित प्रकाश से आंखों को नुकसान तो होता हीं हे साथ ही साथ डिप्रेशन और नींद की कमी भी देखि जाती है। कृत्रिम रौशनी का प्रभाव ना केवल इंसानो पर पड़ता है बल्कि पशु पक्षी पर भीं इसका बुरा असर पड़ता है। रात के समय कई पशु पक्षी रौशनी के कारण दिशा भटक जाते हैं।

प्रकाश की तीव्र गति अगर हमारे आंखों को पूरी तरह से नष्ट कर सकता है। जैसे की Laser Light, हमारी आंखों के संपर्क में आने से स्थायी दृष्टि हानि का कारण बन सकता है। इसीलिए लेज़र लाइट को आंखों से दूर रखा जाना चाहिए।

स्मार्ट फ़ोन के आने से हम सब रात में सोते समय मोबाइल का इस्तेमाल Video देखने में या तो Chatting करने के लिए करते हैं। लेकिन रात में हीं सबसे ज्यादा मोबाइल Screen से वाली रौशनी हमारे आंखों को नुकसान पहुँचाता है। हमे नींद कम आना और थकन लगना यह आम बात बन चूका है।

उपाय(How to control)

  • लाइट पोल्लुशन को कम किया जा सकता है अगर हम कुछ बातों का ध्यान रखें तो। हर एक व्यक्ति को प्रदुषण के प्रति जागरूक होना होगा और अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी।
  • सबसे पहले तो हम Lights का इस्तेमाल उतना हीं करना चाहिए जितनी हमे जरुरत है। बिजली का उपयोग कम होगा तो प्रदुषण के साथ ऊर्जा का भी बचत होगा।
  • कम Watt वाले Light Bulb का इस्तेमाल करें। ऐसा करने से प्रकाश प्रदुषण तो कम होगा हीं साथ में आपके बिजली का बिल भी कम होगा।

मुझे उम्मीद है की आप सब प्रकाश प्रदुषण(Light Pollution in Hindi) क्या है और इस से होने वाले प्रभाव को समझ गए होंगे, और आप सब लाइट पोल्लुशन को कम करने के लिए आपने योगदान जरूर देंगे।

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