Environment pollution essay in Hindi

Environment pollution essay in Hindi

प्रस्तावना(Environment pollution essay in Hindi)

Environment pollution essay in Hindi: पर्यावरण प्रदुषण से पूरी दुनिया चिंतित है। पर्यावरण को सुरक्षित रखना आज के समय में पुरे विश्व के लिए एक चुनौती बन चूका है। पर्यावरण प्रदुषण से ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन की समस्या साल दर साल बढ़ती जा रही है।

पर्यावरण प्रदूषित होना अर्थात जल, वायु, मिट्टी का प्रदूषित होना। प्रकृति से मिले इन अनमोल चीजों को मनुष्य की लापरवाही और स्वार्थ के लिए प्रदूषित किया जा रहा है, जिसका प्रभाव सीधे तोर पे पेड़ पौधें, जानवर और हम इंसानो पर हीं पड़ रहा है।

Environment pollution essay in hindi | पर्यावरण प्रदुषण पर निवंध।
Environment pollution essay in Hindi

जल वायु का दूषित होना, मिट्टी को दूषित करना, हमारे जीवन चक्र पर बुरा असर करता है। पर्यावरण प्रदुषण की घातक प्रहार सीधे मानव स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। जहाँ जल प्रदुषण से कई तरह की skin diseases और प्रदूषित पानी पिने से कई तरह की पेट की बीमारी से मनुष्य को जूझना पड़ रहा है। वहीँ दूसरी और वायु प्रदुषण से साँस लेने की समस्या से लेके अस्थमा जैसी बड़ी बीमारी का सामना भी करना पड़ता है।

प्रदूषित मिट्टी से उपजाऊ फल सब्जी और अनाज से हमे वो पोषक तत्व नहीं मिल पाते जो हमारे शरीर के लिए आवश्यक है। भूमि प्रदुषण आज के समय में एक बड़ी चिंता जनक बात है, प्लास्टिक कूड़ा कचरा और विभिन्न प्रकार के कृषि कार्य में इस्तेमाल होने वाले रसायन का परिणाम है।

Environment pollution essay in Hindi | पर्यावरण प्रदुषण पर निवंध।

प्रदुषण कई प्रकार के होते हैं जिनमे वायु प्रदुषण, जल प्रदुषण, भूमि प्रदुषण, थर्मल प्रदुषण, प्लास्टिक प्रदुषण, लाइट प्रदुषण, रेडियोएक्टिव प्रदुषण, ध्वनि प्रदुषण आदि समिलो हैं। पर्यावरण प्रदुषण इन सभी प्रकार के प्रदुषण का मिश्रण है। लेकिन पर्यावरण प्रदुषण का मुख्या कारण हम वायु प्रदुषण से समन्धित है। जब तक हम वायु प्रदुषण के कारोंको को कण्ट्रोल नहीं करते तब तक हम पर्यावरण प्रदुषण से यु हीं जूझते रहेंगे।

हवा में मौजूद वायु के कण धूल मिट्टी जब आपस में मिल जाते हैं। जिसके कारण हमें ना तो शुद्ध हवा मिल पाती है, और ना ही हम स्वच्छ रूप से सांस ले पाते हैं। यह सभी हवा में मौजूद धूल के कण प्रदूषण के कारण बनते हैं, जिससे हमारे शरीर को बहुत सारी बीमारी का सामना करना पड़ता है। पर्यावरण प्रदूषण आज विभिन्न प्रकार से हमारे शरीर को क्षति पहुंचाता रहा है।

प्रदूषण ना सिर्फ मनुष्य को बल्कि जानवरों को भी पूरी तरह प्रभावित करता है। ज्यादातर फैक्ट्री से निकलने वाले धुएं, गाड़ियों से निकलने वाले धुएं हमारे पर्यावरण को काफी नुकसान पहुंचा रहे हैं।

इनमें प्लास्टिक को जलना प्लास्टिक को कूड़े के ढेर के रूप में जमा करना। भारी मात्रा में प्लास्टिक का इस्तेमाल करना इससे भी पर्यावरण प्रदूषण को बढ़ावा मिलता है। और इससे होने वाले नुकसान बहुत ही घातक साबित होते हैं। जो हमें और हमारे आने वाले भविष्य के लिए एक बहुत ही चिंताजनक बात है।

लाखों की संख्या में वाहनों का रोज सड़को पर चलन जारी है। जिस से निकलने वाले धुएं पर्यावरण प्रदूषण को और भी बढ़ावा देते हैं। पर्यावरण को काफी नुकसान पहुंचाते है। हमने हमारे इस खूबसूरत से पर्यावरण को अपने सुख और आराम के लिए काफी हद तक बर्बाद करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।

आज प्रदूषण के कारण हम घरों से निकलने में कई बार सोचते हैं। क्योंकि आज हर जगह प्रदूषण का स्तर बहुत ही बढ़ चुका है। आज भारत ही नहीं बल्कि विश्व में प्रदूषण को लेकर बातचीत चलती है और पूरे विश्व में इसको लेकर काफी चिंता जाहिर की जा रही है। प्रदुषण कम करने की लगातार प्रयासों की और कदम बढ़ाए जा रहे हैं।

प्रदूषण के कारण हमें सांस लेने में तकलीफ होती है। अगर हम सबको स्वच्छ पर्यावरण नहीं मिलता है तो हमारे जीने की संभावनाएं धीरे धीरे कम होती जाएंगी।
पर्यावरण प्रदूषण को हम सबको मिलकर ही कम करना होगा। ताकि हमारे आज के जीवन और हमारे आने वाले भविष्य में हमे एक सुरक्षित पर्यावरण मिल सके। जिसमें हम खुलकर सांस ले सकें और प्रदूषण मुक्त हवाओं का आनंद ले सके।

पर्यावरण प्रदूषण के मुख्य कारण।

1 अत्यधिक मात्रा में पेड़ों की कटाई करना।
2 सड़कों पर गाड़ियों का बेवजह चलना।
3 बड़ी बड़ी चिमनियों से जहरीली गैसों का निकलना।
4 प्लास्टिक को जलाना।
5 फैक्ट्रियों से निकलने वाले धुएं।
6 जहां-तहां कूड़ा कचरा फैलाना।

पर्यावरण प्रदूषण को कैसे कम किया जा सकता है?

प्रदूषण को कम करने के कुछ उपाय निम्नलिखित है।
१- हमें पेड़ों की कटाई कम करनी होगी।
२- वाहनों का इस्तेमाल कम से कम करना होगा।
३-हमें ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने चाहिए।
४-नदी नालियों में जमे कचरे को साफ करना चाहिए।
५- खेतो में परली को सही तरीके से जलाना चाहिए।

निष्कर्ष

पर्यावरण को प्रदूषण से बचाने और एक सूंदर और स्वच्छ वातावरण तैयार करने के लिए हम मनुष्य को जागरूक रहना होगा। पृथ्वी को प्रदुषण मुक्त करने के लिए सरकार द्वारा बनाये गए सभी नियमो को शक्ति से पालन करना होगा। ब्यक्तिगत रूप से हर वो कार्य को कम करना होगा जिस से पर्यावरण को नुकसान होता हो।

आशा करते हैं आप को हमारा यह लेख पर्यावरण प्रदुषण पर निवंध(Environment pollution essay in Hindi) अच्छा लगा होगा। आप हमे कमेंट करें और इस लेख को social media में जरूर शेयर करें।

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