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वायु गुणवत्ता सूचकांक क्या है?
वायु प्रदुषण आज के समय में एक बड़ी चिंता का विषय बना हुआ है। न केवल भारत के लिए बल्कि दुनिया भर में वायु प्रदुषण तेजी से बढ़ रहा है। समस्या को देखते हुए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (Central Pollution Control Board) द्वारा राष्ट्रीय वायु गुणवत्ता सूचकांक(Air Quality Index) का विकास किया। एक ऐसा उपकरण है जो लोगों को वायु की गुणवत्ता की स्थिति को बताता है। यह विभिन्न प्रदूषकों के जटिल वायु गुणवत्ता डेटा को एक ही संख्या (सूचकांक मूल्य), नामकरण और रंग में बदल देता है।
राष्ट्रीय वायु गुणवत्ता सूचकांक को छह श्रेणियों में दर्शाया गया है , जो कुछ इस तरह से हैं, अच्छा, संतोषजनक, मध्यम प्रदूषित, खराब, बहुत खराब और गंभीर। इनमें से प्रत्येक श्रेणी का निर्णय वायु प्रदूषकों के परिवेशी सांद्रता मूल्यों और उनके संभावित स्वास्थ्य प्रभावों के आधार पर किया जाता है। इसके अंतर्गत आठ प्रदूषकों जैसे की PM10, PM2.5, नाइट्रोजन डाइऑक्साइड (NO2), सल्फर डाइऑक्साइड (SO2), कार्बन मोनोक्साइड (CO), ओज़ोन (O3), अमोनिया (NH3) और सीसा या लेड (Pb) के लिए विकसित किए गए हैं।
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AQI की गणना कैसे की जाती है ?
एक निर्धारित स्थान पर अलग-अलग प्रदूषकों के लिए AQI की गणना इसके 24 घंटे के औसत एकाग्रता मूल्य और स्वास्थ्य का उपयोग करके की जाती है। वहीँ कार्बन मोनोक्साइड (CO) और ओज़ोन (O3) मामले में इसकी औसत एकाग्रता मूल्य 8 घंटे रखा गया है।
सभी आठ प्रदूषकों की सभी स्थानों पर निगरानी नहीं की जा सकती है। वायु गुणवत्ता सूचकांक(AQI) की गणना तभी की जाती है, जब कम से कम तीन प्रदूषकों के लिए डेटा उपलब्ध हो, जिनमें से एक या तो PM 2.5 या PM 10 होना चाहिए। अन्यथा, AQI की गणना के लिए डेटा को अपर्याप्त माना जाता है। इसी तरह, उप-सूचकांक की गणना के लिए न्यूनतम 16 घंटे का डेटा आवश्यक माना जाता है।
Air Quality Index(AQI) की गणना के लिए Computerized Program को डिज़ाइन किया गया है जो Real Time AQI डेटा कैप्चर करती है, और औसत मूल्यों के आधार पर एक्यूआई प्रदर्शित करती है।
वायु के गुणवत्ता को मैनुअल तरीके से भी कैलकुलेट किया जा सकता है AQI कैलकुलेटर के माद्यम से। मैन्युअल मॉनिटरिंग स्टेशनों AQI मान प्राप्त करने के लिए डेटा को मैन्युअल रूप से फीड किया जा सकता है।
FAQ
A-हवा की गुणवत्ता को पता करने के लिए वायु गुणवत्ता सूचकांक(Air Quality Index) का इस्तेमाल किया जाता है। दरअसल इसे एक नंबर के जरिये दर्शाया जाता है जहाँ AQI 0-50 और 51-100 के भीतर रहे तो इसे अच्छा और संतोषजनक मन जाता है। वहीँ दूसरी और 301-400 और 401-500 को बेहद खराब और गंभीर मन जाता है।
A-वायु की गुणवत्ता को मापने के लिए दो तरीके आपनाये जाते हैं, Web-based system or Manual calculator शामिल हैं।
A-वायु गुणवत्ता सूचकांक के आधार पर इसे छह श्रेणियों में बांटा गया है. 0-50 के बीच Air Quality Index को ‘अच्छा’, 51-100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101-200 के बीच ‘मध्यम’, 201-300 के बीच ‘खराब’, 301-400 के बीच ‘बेहद खराब’ और 401-500 के बीच ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है।
A-भारत में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (Central Pollution Control Board) द्वारा जारी किया जाता है।
A-World Air Quality Report(IQAir) के अनुसार चीन का होटन शहर विश्व का सबसे प्रदूषित शहर है।
A-World Air Quality Report(IQAir) के अनुसार भारत का ग़ज़िआबाद शहर सबसे प्रदूषित शहर है।
आज आपने क्या सीखा
दोस्तों मुझे उम्मीद है की हमारा यह लेख वायु गुणवत्ता सूचकांक क्या है और इसकी गणना कैसे की जाती है ? आपको पसंद आया होगा और आपको Air Quality Index के बारे में समझ आ गया होगा। आप इस पोस्ट को आपने दोस्तों को भी शेयर करे ताकि उन्हें भी AQI की जानकारी हासिल हो।
स्रोत : https://cpcb.nic.in