Air Pollution in Hindi | वायु प्रदुषण के कारण, प्रभाव और उपाय

Air Pollution in Hindi | वायु प्रदूषण

Air pollution in Hindi (वायु प्रदूषण): वायुमंडल में हानिकारक गैस जैसे कार्बन डाइऑक्साइड (CO 2), मीथेन, क्लोरोफ्लोरो कार्बन (CFC)आदि और धूल मिट्टी के कण की उपस्थिति है। यह मनुष्यों और अन्य जीवित प्राणियों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं। पर्यावरण में जलवायु परिवर्तन में भी वायु प्रदुषण का अहम् भूमिका है।

वायु प्रदूषण के कारण मानव शरीर में एलर्जी, आश्थामा जैसी बीमारी देखा जाता है। यह अन्य जीवित जीवों जैसे जानवरों और खाद्य फसलों को भी नुकसान पहुंचा सकता है और प्राकृतिक पर्यावरण को नुकसान पहुंचा सकता है।

प्राकृतिक आपदाओं से वायु प्रदूषण जल्दी बढ़ सकता है। ज्वालामुखी फटने से उसकी राख और गैसों वायुमंडल घुल जाते हैं । ज्वालामुखी राख महीनों तक आसमान को भेद सकती है। ज्वालामुखीय गैसें, जैसे सल्फर डाइऑक्साइड, आसपास के निवासियों को मार सकती हैं और वर्षों तक मिट्टी को बांझ बना सकती हैं।

प्रदुषण के कारण

हालाँकि अधिकांश वायु प्रदूषण प्राकृतिक नहीं है। यह मानव द्वारा जीवाश्म ईंधन-कोयला, तेल और प्राकृतिक गैस जलाने से वायु मंडल में प्रदुषण का स्तर बढ़ता है।

जब पेट्रोल और डीज़ल को वाहनों को चलने में इस्तेमाल किया जाता है, तो यह कार्बन मोनोऑक्साइड जैसेखतरनाक गैस पैदा करता है। कार्बन मोनोऑक्साइड गंध हिन् गैस है जो जिसके कारण हमारे शरीर में सर दर्द, पेट दर्द, उल्टी, थकन जैसे लक्षण दीखता है।

कार और कारखाने नाइट्रोजन ऑक्साइड,सल्फर डाइऑक्साइड और हाइड्रोकार्बन सहित अन्य आम प्रदूषकों का उत्पादन करते हैं। ये रसायन सूर्य के प्रकाश के साथ प्रतिक्रिया करते हैं, जिससे स्मॉग,वायु प्रदूषण का घना कोहरा या धुंध पैदा होता है।

जब वायु प्रदूषक हवा के साथ मिश्रित होते हैं, तो वे एसिड में बदल जाते हैं। यह एसिड बर्षा के रूप में धरती पे गिरते हैं और पर्यावरण को नुकसान पहंचाते हैं।

ग्रीनहाउस गैस वायु प्रदूषण(Air Pollution in Hindi) का एक अन्य स्रोत हैं। कार्बन डाइऑक्साइड और मीथेन जैसी ग्रीनहाउस गैसें वातावरण में स्वाभाविक रूप से होती हैं। वास्तव में, वे पृथ्वी पर जीवन के लिए आवश्यक हैं। वे सूर्य की रोशनी को अवशोषित करते हैं और पृथ्वी के वातावरण को पर्याप्त गर्म रखते हैं।

लेकिन मानव गतिविधियों जैसे जीवाश्म ईंधन को जलाने और जंगलों को नष्ट करने से वातावरण में ग्रीनहाउस गैसों की मात्रा में वृद्धि होती है। जिसके कारण दुनिया भर में औसत तापमान बढ़ रहा है।

वायु प्रदूषण कैसे होता है ?

1. जीवाश्म ईंधन को जलाने से

ज्यादातर वायु प्रदूषण बिजली उत्पादन या परिवहन के लिए इस्तेमाल होने वाले कोयले, तेल, गैसोलीन जैसे जीवाश्म ईंधन के जलने से होता है।

2. औद्योगिक उत्सर्जन से

औद्योगिक गतिविधियाँ हवा में कई प्रदूषकों का उत्सर्जन करती हैं जो हवा की गुणवत्ता को प्रभावित करती हैं। कोयले और लकड़ी प्राथमिक ऊर्जा स्रोत के रूप में उपयोग करते हैं जो वायु प्रदुषण का एक मुख्य कारण है।

3. जंगल में आग लगना

जलवायु परिवर्तन से जंगल में आग लगने के कारण वायु प्रदूषण बढ़ा रहा है और स्मॉग पैदा कर रहा है। स्मॉग से हवा धुंधली हो जाती है और लोगों को सांस लेना मुश्किल हो जाता है।

4. ट्रांसपोर्टेशन के कारण

वायु प्रदूषण में वाहन का प्रमुख योगदान है, खासकर शहरों में। वाहन के द्वारा कार्बन मोनोऑक्साइड, हाइड्रोकार्बन जैसे जहरीले गैस हवा को प्रदूषित करते हैं। जब वायुमंडल में इन जहरीले गैस का मात्रा अधिक होता है, तो यह ओजोन परत में एक छेद बनाता है और विभिन्न स्वास्थ्य समन्धि बीमारी का कारण बनता है।

5. कूड़ा कचरा जलाने से

घर से निकलने वाले कूड़ा कचरा को आमतौर पे जलाया जाता है जो पर्यावरण को प्रदूषित करता है। और यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।

6. घरेलू उत्पाद के कारण

हम हमेशा बाहरी वायु प्रदूषण (Air Pollution in Hindi) को अपने जीवन के लिए खतरनाक मानते हैं लेकिन कभी भी इनडोर वायु प्रदूषण के बारे में बात नहीं करते हैं। घरेलू उत्पाद इनडोर वायु प्रदूषण का कारण बनते हैं जो अधिक हानिकारक है।

7. “निर्माण और विध्वंस कार्य से

शहर में आबादी बढ़ने के साथ, निर्माण कार्य भी बढ़ा है। सालों पुराने इमारतों को तोडा जाता है, नए नए Buildings, Road, Fly over बनाये जाते हैं जिसके कारण भी प्रदुषण होता है।

प्रभाव(Effects of Air Pollution in Hindi)

मनुष्य पर वायु प्रदूषण का प्रभाव

वायु प्रदुषण से लोगों को एलर्जी (allergy), सर दर्द, आंख और त्वचा में जलन जैसी समस्या होती है। हालाँकि यह कुछ ही समय के लिए होता लेकिन काफी तकलीफ भरा होता है। जिनको अश्थामा की बीमारी होता है उनके लिए तो वायु प्रदुषण और भी खतरनाक होता है। प्रदूषित हवा में उनको साँस में बोहोत दिक्कत होती है। अत्यधिक वायु प्रदुषण उनके लिए जानलेवा साबित होता है।

कचरे की ढ़ेर से निकलने वाले बदबू हमारे लिए ही अप्रिय है। यह बदबू भी हवा के जरिये आस पास के इलाकों में फैलता है। वायु प्रदूषण के संपर्क में आने से अस्थमा, हृदय रोग, और फेफड़े की बीमारी जैसी गंभीर रोग भी हो सकती हैं। छोटे बच्चे और बड़े वयस्क, जिनकी प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होती है, वे अक्सर प्रदूषण के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं।

पर्यावरण पर वायु प्रदूषण का प्रभाव

वायु प्रदुषण को जलवायु परिवर्तन के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है। प्रदुषण के कारण पृथ्वी का औसत तापमान में बृद्धि हो रही है। जिसके कारण ग्लोबल वार्मिंग जैसी समस्या उत्पन्न हो रहा है। जलवायु परिवर्तन से पशु पक्षी को भरी नुकसान हो रहा है। इंसानों की तरह वायु प्रदुषण (Air Pollution in Hindi), पृथ्वी पर रहने वाले अन्य जीवों को भी प्रभावित करता है।

हवा में सल्फर डाइऑक्साइड और नाइट्रोजन ऑक्साइड कण, जब वातावरण में पानी और ऑक्सीजन के साथ मिश्रित होते हैं, तो एसिड वर्षा बना सकते हैं। ये वायु प्रदूषक ज्यादातर कोयला आधारित बिजली संयंत्रों और मोटर वाहनों से आते हैं। जब अम्ल वर्षा पृथ्वी पर गिरती है, तो यह मिट्टी की संरचना को बदलकर पौधों को नुकसान पहुंचाती है; नदियों, झीलों और नदियों में पानी की गुणवत्ता में गिरावट; फसलों को नुकसान; और इमारतों और स्मारकों के क्षय का कारण बन सकता है।

उपाय(How to Stop Air Pollution in Hindi)

हमे कुछ साबधनियाँ रखते हुए ऐसा कार्य करना पड़ेगा की जिस से पर्यावरण को नुकसान न हो और वायु प्रदुषण पर भी रोक लगाया जा सके। सबसे ज्यादा वायु प्रदुषण जीवाश्म ईंधन के जलने से होता है। हम इनसानों को गाड़ियों की ऐसी आदत लग चुकी है की हम पैदल चलना ही नहीं चाहते। छोटी से छोटी काम के लिए हमे गाड़ी के ऊपर निर्भर रहते हैं। सबसे पहले इन आदतों को बदलना होगा।

  • आस पास से जरुरत के सामान को लेने केलिए वाहन का इस्तेमाल न करे हो सके तो पैदल ही जाएँ या फिर साइकिल का उपयोग करें।
  • ऑफिस या अन्य कामों के लिए जाना होगा तो पब्लिक ट्रांसपोर्ट का हीं उपयोग करें।
  • घरेलु उपकरण जैसे कूलर, फैन, एयर कंडीशनर, वैक्यूम क्लीनर, हेयर ड्रायर आदि को कम से कम उपयोग करें।
  • कूड़ा कचरा को न जलाएं जो कचरा पुनः उपयोग लायक हो उन्हें अलग करें और आपने आस पास जितना हो सके पेड़ लगाएं।

मुझे उम्मीद है की आपको यह लेख Air pollution in hindi पढ़ने में अच्छा लगा होगा। आप हमे comment करके आपने सुझाव दीजिये ताकि इस post को हम और भी बेहतर बन सकें। वायु प्रदुषण के ऊपर निबंध पढ़ना चाहते हैं तो यहाँ Click करें।

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