रेडियोधर्मी प्रदुषण-Radioactive pollution in Hindi

रेडियोधर्मी प्रदुषण क्या है?

रेडियोधर्मी पदार्थ जब वायुमंडल या पृथ्वी की सतह पर मौजूद होते हैं तब रेडियोधर्मी प्रदूषण होता है। कोई भी तत्व अगर रेडियोएक्टिव हैं तो वे कुछ विकिरण का उत्सर्जन करेंगे; जैसे की Alpha Particle’s, Beta Particle’s and Gamma Ray’s, इस उत्सर्जन प्रक्रिया को रेडियोधर्मी प्रदुषण (Radioactive pollution in Hindi) कहते हैं। हानिकारक आयनिक विकिरण रेडियोधर्मी पदार्थ से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार हैं। इन रेडियो धर्मी पदार्थ के विकिरण मानव जीवन, पशुओं और पेड़ पौधों पर गंभीर रूप से प्रभाव डाल दकता है।

विकिरण

विकिरण एक ऊर्जा का रूप है जो तरंगों के रूप में यात्रा करती है। कुछ विकिरण को हम खुले आँखों से देख सकते हैं और कुछ किरणें ऐसे हैं जो अदृश्य होते हैं। जैसे की रेडियो तरंग, पराबैंगनी किरणें, इत्यादि। Alpha particle’s, Beta particle’s and Gamma ray’s विकिरण के तीन प्रमुख प्रकार हैं।

Alpha particle’s जिसे हम alpha कण या विकिरण भी कहते हैं, ये दो Proton’s और दो Neutron’s से बंधे होते हैं। Alpha particle आम तोर पर अल्फा क्षय की प्रक्रिया में उत्पादित होते हैं। अल्फा कणों में उतनी मात्रा में ऊर्जा नहीं होती की वे हमारे शरीर के अंदर प्रवेश कर सके। इसीलिए अल्फा कण मानव या पशुओं के लिए उतनी हानिकारक नहीं है।

Beta particle’s जिसे हम बीटा कण या बीटा विकिरण भी कहते हैं। बीटा कण में उच्च ऊर्जा तथा उच्च गति वाले Electron’s होते हैं। यह रेडियोधर्मी क्षय के दौरान रेडियोधर्मी तत्व के नाभिक से उत्सर्जित होता है। बीटा कण आंशिक रूप से शरीर के बाहरी त्वचा में प्रवेश कर सकते हैं। बीटा विकिरण की पर्याप्त तीव्रता हमारे शरीर में जलन पैदा कर सकता है।

Gamma किरणें विद्युत चुम्बकीय विकिरण को आयनित करते हैं, जो एक परमाणु नाभिक के क्षय द्वारा प्राप्त की जाती है। गामा किरणें जीवित कोशिकाओं को काफी हद तक नुकसान पहंचा सकती है। ये किरणें पूरी तरह से मानव शरीर में गुजर सकती है और शरीर को काफी नुकसान पहंचा सकती है।

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रेडियोधर्मी प्रदुषण कैसे फैलता है?

रेडियोधर्मी पदार्थ एक उच्च स्तरीय ऊर्जा का रूप है जो जीवित प्राणी के शरीर में आसानी से प्रवेश कर सकती है। रेडियोधर्मी तत्व आतंरिक प्रदुषण और बाहरी प्रदुषण के जरिये मानव शरीर में प्रवेश करते हैं और उन्हें बीमार करते हैं। यह हवा और पानी से भी फेल सकता है।

अगर हमारे शरीर के भीतर कोई रेडियोएक्टिव तत्व साँस लेते समय या फिर कोई जख्म के जरिये चला जाए तो हमे आतंरिक रेडियोधर्मी प्रदुषण होता है। त्वचा के माध्यम से भी रेडियोधर्मी पदार्थ अवशषित होते हैं।

बाहरी प्रदुषण तब होता है जब हम कोई रेडियोएक्टिव तत्व के संपर्क में आते हैं। जैसे धूल के रूप में या तरल पदार्थ के रूप में हमारे शरीर में लगा हो।

रेडियोधर्मी प्रदुषण के कारण।

रेडियोधर्मी प्रदुषण प्राकृतिक रूप से भी होते हैं और मनुष्यों द्वारा भी किये जाने वाले प्रयोग या ओधोगिकी गतिबिधियों के कारण भी होता है। और भी कोई अन्य स्रोत हैं जो रेडियोएक्टिव प्रदुषण का कारण बनते हैं।

पृथ्वी की भू-परपट्टी में बहुत सारे प्राकृतिक रेडियो एक्टिव पदार्थ होते हैं जो ऊर्जा का विकिरण पैदा करते हैं। उदाहरण के तौर पर; Radium, Uranium, Thorium, Radon इत्यादि।

मनुष्यों द्वारा खनन प्रक्रिया से निकाले जाने वाले रेडियो एक्टिव पदार्थ या उसे शुद्ध करने की प्रक्रिया के दौरान भी रेडियोधर्मी प्रदुषण होता है। परमाणु हथियार की उत्पादन में रेडियोधर्मी प्रदुषण होता है। परमाणु रिएक्टर और परमाणु ईंधन भी रेडियोधर्मी प्रदुषण का कारण बनते हैं।

वैज्ञानिक अनुसंधान के दौरान जो रेडियो एक्टिव तत्व का इस्तेमाल किया जाता है और ये भी एक कारण है रेडियोधर्मी प्रदूषण का। रेडियोएक्टिव तत्व का इस्तेमाल होने के बाद उसका अवशिष्ट पदार्थ को जमीन के अंदर डंप किया जाता है। ऐसा इसीलिए किया जाता है ताकि प्रदुषण ना हो लेकिन आकस्मिक रिसाव (Accidental Leakage) के कारण प्रदूषण होता है।

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रेडियोएक्टिव पदार्थ क्या होता है?

रेडियो एक्टिव पदार्थ परमाणुओं से बने होते हैं इसीलिए उनमे भारी मात्रा में ऊर्जा होते हैं। परमाणु से बने तत्व के नाभिक अस्थिर होते हैं और उनमे स्थिरता प्राप्त करने की प्रक्रिया में वे परमाणु विकिरण को उत्सर्जित कर देते हैं। जब किसी तत्व के परमाणुओं में अतिरिक्त Neutron या Proton होते हैं तो वे नाभिक में अतिरिक्त ऊर्जा बनाते हैं।

रेडियोधर्मी प्रदुषण से होने वाले रोग।

शरीर में विभिन्न अंग में परेशानी, पाचन प्रक्रिया में परिवर्तन, रक्त कोशिकाओं के अनुपात में कमी जैसे समस्या हो सकता है। जैसे – जैसे हमारे शरीर पे रेडियोएक्टिव तत्व की मात्रा बढ़ती जाती है तो हमे कैंसर और ट्यूमर जैसे गंभीर बीमारी का सामना भी करना पड़ सकता है।

रेडियोधर्मी प्रदुषण से बचने के उपाय।

रेडियो धर्मी प्रदुषण को रोकना या उसे समाप्त करना हमारे लिए काफी हद तक नामुमकिन सा लगता है। लेकिन कुछ नियमो का पालन करते हुए हम प्रदुषण को रोकने की कोशिश जरूर कर सकते हैं।

जो भी कर्मचारी परमाणु ऊर्जा प्लांट, परमाणु हथियार कारखाना या उस जैसे कोई भी जगह पर काम करते हैं उन्हें सुरक्षा नियम का पालन करना होगा।

रेडियो एक्टिव तत्व से निकलने वाले अवशिष्ट पदार्थ को जहाँ डंप किया जाता हे, उसे नियमित तोर पर जाँच करा जाना चाहिए ताकि लीकेज की समस्या को रोका जा सके।

Nuclear and radiation accidents and incidents के बारे में पढ़ने के लिए Wikipedia में खोज करें।

मुझे उम्मीद हे की आपको मेरी यह लेख रेडियोधर्मी प्रदुषण क्या है? पढ़ने के बाद कुछ सिखने को मिला होगा। यह लेख (Radioactive Pollution in Hindi) को और भी बेहतर करने के लिए आप हमे Comment Box में आपने सुझाव दे सकते हैं।

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